सूर्या ग्रहण क्या होता है WHAT IS SOLAR ECLIPSE ?


 SOLAR ECLIPSE : सूर्य ग्रहण

  • चंद्रमा पृथ्वी के चारों ओर एक कक्षा में परिक्रमा करता है और उसी समय पृथ्वी भी सूर्य की परिक्रमा करती है. परिक्रमा के दौरान कभी-कभी चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है. खगोलशास्त्र और विज्ञान में इसे ही सूर्य ग्रहण कहा जाता है. 
  • जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है तो इस दौरान सूर्य का प्रकाश पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाता और पृथ्वी की सतह के कुछ हिस्से पर दिन में भी शाम य रात की तरह अंधेरा सा छा जाता है.
  • सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्या के दिन ही लगता है. क्योंकि अमावस्या में चंद्रमा पृथ्वी के कक्षीय समतल के निकट होता है.
  • सूर्य ग्रहण तीन प्रकार के होते हैं. आंशिक सूर्य ग्रहण, वलयाकार सूर्य ग्रहण और पूर्ण सूर्य ग्रहण.
  • वैज्ञानिकों का मानना है कि, संपूर्ण सूर्य ग्रहण की वास्तविक अवधि ज्यादा से ज्यादा 11 मिनट ही हो सकती है, लेकिन उससे अधिक नहीं.
  • चंन्द्र ग्रहण को अपने संपूर्ण तत्कालीन प्रकाश क्षेत्र में भले ही देखा जा सकता है लेकिन सूर्य ग्रहण को अधिकतम 10 हजार किलोमीटर लंबे और 250 किलोमीटर चौड़े क्षेत्र में ही देखा जा सकता है.

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