Why is Janmashtami being celebrated for two days? #krishna #janmashtami
इस
साल अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र का संयोग दो अलग-अलग दिनों में पड़ रहा है, जिसके
कारण दो दिन जन्माष्टमी मनाई जा रही है।
पंचांग
के अनुसार, 15 अगस्त को अष्टमी तिथि देर रात 11 बजकर
49 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इसका
समापन 16 अगस्त को रात 09 बजकर
34 मिनट पर होगा।
आप
15 या 16 अगस्त को जन्माष्टमी मना सकते हैं, लेकिन
15 अगस्त का दिन विशेष रूप से शुभ माना जा रहा है।
इस
दिन लोग कई कार्य करते है-
घर
में एक सुंदर झांकी सजाएं और उसमें बाल गोपाल को पालने में विराजमान
करते है
बाल
गोपाल को दूध, दही, घी,
शहद, और
गंगाजल से बने पंचामृत से स्नान कराते है
स्नान
के बाद, बाल गोपाल को नए वस्त्र पहनाएं और श्रंगार करते है
विधि-विधान
से पूजा करते है , कान्हा के मंत्रों का जाप करते है
ध्यरात्रि
में पूजा और आरती के बाद, प्रसाद लेकर व्रत खोलते है
इस
दिन लोग ज्यादा से ज्यादा दान-पुण्य भी करते है
ऐसे
ही रोचक जानकारी के लिए हमे फॉलो जरूर करे|
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